ऋषिभूमि उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच के रिसिया नामक स्थान पर सुशोभित पंचवटी श्री सीताराम आश्रम है। आश्रम का उद्देश्य सनातन संस्कृति के माध्यम से वैदिक,धार्मिक एवं मानवीय मूल्यों को मानव समाज में पुनः स्थापित करते हुए मानव जीवन के स्तर को ऊपर उठाना है। आश्रम विगत कई वर्षो से समाज में मानवीय चेतना एवं आध्यात्म की एक नयी परिभाषा गढ़ रहा है। आश्रम द्वारा गौ-सेवा, पशु-पक्षियों के प्रति दयाभावना, निराश्रित एवं जरूरतमंदो की सहायता, दीपदान, भगवत कथाएं एवं जागरण, संस्कारशालाओं, अन्नपूर्णा रसोई, निशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन तथा अन्य जनोपयोगी कल्याणकारी योजनाओं के द्वारा आम जनता एवं पशु-पक्षियों को लाभ पहुँचाया जा रहा है।
मां अन्नपूर्णा रसोई की स्थापना करके निराश्रित एवं जरूरतमंद को प्रतिदिन भोजन प्रसाद कराया जाता है। वर्तमान समय में 5 जनपदों में श्री अन्नपूर्णा रसोई संचालित हो रही है, जिसमें हजारों की संख्या में लोग भोजन प्रसाद प्राप्त कर रहे हैं। ₹5 टोकन की व्यवस्था से भोजन प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है एवं साधु संतो तथा विद्यार्थियों को निशुल्क भोजन प्रसाद देने की व्यवस्था की गई है।
उपेक्षित मंदिरों में दीपदान तथा जर्जर हो रहे धर्मस्थलों के जीर्णोद्धार का कार्य प्रमुखता से कराया जा रहा है। हमारे सनातन वैदिक धर्म के प्रतीक इन स्थलों को जागृत करने हेतु दीपदान की परंपरा चलायी जा रही है।
आश्रम द्वारा गर्मियों के मौसम में निराश्रित पशु पक्षियों एवं गौमाता हेतु सैकड़ो को संख्या में जलपात्र (नांदों) की व्यवस्था कराई जाती है, जिसमे पशु-पक्षी एवं गौमाता सुगमता से जल पीती हैं। नादों में जल की व्यवस्था आश्रम द्वारा नियुक्त वाहनों के द्वारा की जाती है।
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय संस्कृति को प्रतिष्ठित करने के लिए समय-समय पर शिव संवाद के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी क्रम में 11 अगस्त 2023 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय संवाद का कार्यक्रम किया जा रहा है।
इंटर कॉलेज डिग्री कॉलेज मेडिकल कॉलेज तथा विश्वविद्यालयों में श्रद्धेय महाराज जी द्वारा शिक्षकों एवं छात्रों के साथ सामूहिक संवाद की व्यवस्था की जाती है। आधुनिकता के इस दौर में विद्यार्थियों को लक्ष्य, रास्ता, साधन, साथी और सामंजस्य पंचसूत्र के माध्यम से अपने-अपने आपेक्षित लक्ष्य को सार्थक रूप में प्राप्त करने में सहायता मिलती है एवं वे स्वयं को देश काल और परिस्थियों के अनुरूप ढाल पाने में समर्थ होते है।
आंग्लभाषी एवं कान्वेंट शिक्षा पध्दति में अध्ययनरत किशोर आयुवर्ग के बच्चों / छात्रों को साप्ताहिक कक्षाओ के माध्यम से नैतिक शिक्षा एवं भारतीय संस्कृति का परिचय तथा ज्ञान कराया जाता है। सनातन वैदिक धर्म के आवश्यक तत्वों से बच्चों को ओत- प्रोत किया जाता है।
आपदा अथवा विपदा की स्थिति में जरूतमंदो को जानकारी मिलते ही सूखा अन्न पैकेट (आवश्यक खाद्द सामग्री सहित) तुरंत उपलब्ध कराया जाता हैं। नर सेवा ही नारायण सेवा हैं।
आश्रम की ओर से रोग से पीड़ित दीन-दुखियों एवं असहाय निराश्रितों के कल्याण हेतु दातव्य औषधालय जिसमे योग्य वैध ,डॉक्टर के द्वारा परिक्षण, परामर्श एवं निःशुल्क दवा वितरण का कार्य किया जाता हैं।
भागवत मंडल एवं धर्म जागरण संत शिरोमणि परम पूज्य गुरुदेव श्री रविशंकर जी महाराज गुरु भाई द्वारा श्री राम कथा, शिव कथा, श्रीमद् भागवत भागवत कथा, देवी भागवत कथा एवं सत्संग के माध्यम से अनवरत धर्म जागरण चल रहा है। जन जागरण का यह कार्य व्यापक रूप से अग्रसर है।
आश्रम द्वारा धर्म परायण व्यक्तियों को समय-समय पर सुसंगत धार्मिक यात्राएं कराई जाती हैं। इस बार चैत्र रामनवमी के अवसर पर श्री धाम अयोध्या जी, श्रावण मास में काशी तथा कार्तिक मास में द्वारिका पुरी की यात्रा कराई जाएगी।